गुरुवार, 18 अगस्त 2011

NETA SMPATI

 ]]]]]]]नेता व्योरा?[[[[[[
करोड़ों अरबों की प्रोपर्टी,
 भ्रष्टाचार से इकठी कर क र
, नेता नही देता सही सहीलेखाजोखा ?,
   भ्रष्टाचार की गंगा बहाता रहता, 
  नही देता आयकर में एक धेला?
अपनी भ्रष्टाचार की गंदी ,
  मानसिकता बहा बहाकर,
 सरे  देश में फैलाता मैला मैला,
अपने भ्रष्टाचारी फैसलों को ,
जायज  ठहराता बस जिन्दगी भर
उपलब्धी रहती भ्रष्टाचारी  झमेला?

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