मंगलवार, 23 अगस्त 2011

schchaii hai khan?

^^^^^सच्चाई है कहाँ?^^^^
चमचागिरी की ह्द्दें पर कर गई राजनीती,
अनैतिकता के ओढ़े फिर रही परिधान ,
 हैवानियत शैतानियत नेताओं में समाई
   राजनीतीबनी भ्रष्टाचारी कीपहचान?
  देश सेवा केनाम जनसेवा केनामनेता,
अनीति कररहे समझ रहेअपने को महान ?
  किउ स्वच्छ जन लोकपाल विधेयक नहीं चाहते ?
,देशसे बड़ा कोई नहो ऐसा हो प्रावधान ? 
राष्ट्र  सम्पति कोजोभी लूटे ,भ्रष्टाचार कर,
   देश से बाहर विदेशी हितों ,विदेशीबैंकों मेंजमाकरे,
  उसे हो मोतकी सज़ा ,न हो मिले किसी भी तरह जीवनदान ?

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